घर का पट्टा बनाने के लिए डॉक्यूमेंट: पट्टा बनाने में लग सकता है यह डॉक्यूमेंट

घर का पट्टा एक ऐसा दस्तावेज़ होता है, जो यह प्रमाणित करना है कि किस व्यक्ति या संस्था का घर है. घर के पट्टा का उपयोग करने की शर्तें, सीमा, और कितने समय के लिए है. यह सभी के अधिकार का विवरण होता है. इसलिए यदि आप भी घर का पट्टा बनवाना चाहते है, तो नजदीक कार्यालय या ग्राम पंचायत द्वारा बनवा सकते है.

घर का पट्टा बनाने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है. जैसे आवेदक का नाम, आवेदक का पता, आवेदक का निवास प्रमाण पत्र आदि डॉक्यूमेंट लग सकता है. इसलिए आपके सहायता के लिए इस पोस्ट में घर के पट्टा बनाने में लगने वाले सभी डॉक्यूमेंट कि जानकरी को दिया गया है, जिसे इकठ्ठा कर घर का पट्टा आसानी से बनवा सकते है.

घर का पट्टा बनाने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए

घर का पट्टा का बनाने में लगने वाले सभी डॉक्यूमेंट निचे उपलब्ध किया गया है, जिसे एकत्र का आसानी से पट्टा के लिए आवेदन कर सकते है.

आवेदक का पहचान पत्र: जैसे,

  • आधार कार्ड,
  • पासपोर्ट,
  • वोटर आईडी कार्ड,
  • ड्राइविंग लाइसेंस आदि

आवेदक का निवास प्रमाण पत्र: जैसे

  • वोटर आईडी कार्ड,
  • आधार कार्ड,
  • राशन कार्ड,
  • बिजली बिल,
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आवेदक अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति का है, तो जाती प्रमाण पत्र
  • पानी का बिल,
  • टेलीफोन बिल आदि

भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र: जैसे,

  • रजिस्ट्री,
  • बिक्री विलेख,
  • दानपत्र,
  • विरासत प्रमाण पत्र आदि
  • आवेदन पत्र,
  • पटवारी की रिपोर्ट
  • आवेदक का राशन कार्ड
  • घर चौहदी
  • परिवार के सभी सदस्यों का सहमति प्रमाण पत्र
  • मकान की फोटो
  • पटवारी की रिपोर्ट
  • घर के पास के दो पड़ोसियों के गवाह पत्र
  • दो गवाहों कि आधार कार्ड

घर का पट्टा बनाने में कितना खर्च

घर का पट्टा बनाने के खर्च निश्चित नही होती है. क्योकि यह खर्च कई कारणों पर निर्भर करता है.

  • यदि घर शहर वाले क्षेत्र में है, तो स्टाम्प शुल्क अधिक लग सकता है.
  • यदि घर ग्रामीण क्षेत्र में है, तो स्टाम्प शुल्क शहर कि तुलना में कम लगती है.
  • यदि घर का आकार बड़ा है, तो घर का पट्टा बनाने में ज्यादा खर्च लगता है और छोटा हो, तो कम लगता है.
  • घर का पट्टा बाबाने के लिए अलग अलग राज्यों में अलग अलग खर्च लगते है.

घर का पट्टे कितनी समय के लिए बनता है

  • घर पट्टा की अवधि अलग अलग राज्यों में अलग अलग होती है.
  • यदि निश्चित तौर पर देखा जाए, तो घर का पट्टा की अवधि 50 साल तक मान्य होता है.
  • ज्यादातर घर का पट्टा की अवधि 99 साल या 100 साल तक मान्य होता है.
  • आप अपने अनुसार भी जितने साल के लिए पट्टा बनवाना चाहते है, तो बनवा सकते है.

घर का पट्टा बनवाने के लाभ

  • घर का पट्टा माकन मालिक का एक कानूनी दस्तावेज है.
  • घर का पट्टा किसी भी विवाद की स्थिति में आपकी मदद कर सकता है.
  • पट्टा आपको संपत्ति पर पूर्ण अधिकार देता है. जिसे गिरवी रख सकते हैं या किराए पर दे सकते हैं.
  • पट्टा होने पर आप कई सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं.
  • कुछ सरकारी योजनाओं के तहत आपको सब्सिडी भी मिल सकती है.
  • पट्टा होने पर आप आसानी से बैंक से लोन ले सकते हैं.

पूछे जाने वाले सम्बन्धित प्रश्न: FAQs

Q. मकान का पट्टा बनवाने के लिए क्या करना चाहिए?

मकान का पट्टा बनाने के लिए अभी सभी डॉक्यूमेंट को लेकर आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज़, जैसे पहचान पत्र, निवास प्रमाण, और भूमि का उपयोग योजना, जमा कर आवेदन करने होते है. जिसके बाद आपके घर का पता बनाया जाता है.

Q. घर के पट्टे की जमीन कितने साल की होती है?

घर के पट्टा कि अवधि 99 साल या 100 साल तक हो सकती है. यदि घर के पट्टे कि अवधि अपने अनुसार बनवान चाहते है, तो बनवा सकते है.

Q. मकान के पट्टे पर कितना लोन मिल सकता है?

मकान के पट्टे पर 60 से 80% तक का लों प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि, कुछ मामलों में, मकान के पट्टा पर 90% तक का भी लोन प्राप्त कर सकते हैं.

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